प्रमोद कुमार सोनवानी, पेंड्रा:- जिले में सुशासन को और अधिक सशक्त बनाने की दिशा में कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी की अगुवाई में प्रशासनिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। सुशासन तिहार के प्रथम चरण के तहत 8 से 11 अप्रैल तक प्राप्त नागरिकों की मांगों एवं शिकायतों से संबंधित आवेदनों की स्थिति की उन्होंने विभागवार गहन समीक्षा की।
बैठक के दौरान कलेक्टर ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि प्राप्त आवेदनों के निराकरण की गति प्रतिदिन बढ़नी चाहिए। उन्होंने विशेष रूप से मैदानी अमले को सक्रिय करते हुए तीसरे चरण के प्रारंभ होने से पूर्व—यानी 5 मई से पहले—सभी लंबित आवेदनों के शत-प्रतिशत एवं गुणवत्तापूर्ण निराकरण के निर्देश दिए।
कलेक्टर मंडावी ने यह भी कहा कि कई आवेदन ऐसे होते हैं, जो अंतरविभागीय समन्वय की मांग करते हैं। ऐसे मामलों में संबंधित विभागों के बीच समन्वय स्थापित कर शीघ्रता से निराकरण किया जाए। उन्होंने विभागीय अधिकारियों से कहा कि नागरिकों की समस्याओं को प्राथमिकता पर लेकर पारदर्शी और प्रभावी समाधान सुनिश्चित करें।
51,997 में से 4,523 आवेदनों का हुआ निराकरण
बैठक में जानकारी दी गई कि 25 अप्रैल की स्थिति में विभागवार ऑनलाइन संधारित कुल 51,997 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इनमें से अब तक 4,523 आवेदनों का निराकरण किया जा चुका है। निराकृत आवेदनों में विभिन्न नागरिक मांगों से संबंधित 4,420 और शिकायतों से संबंधित 103 आवेदन शामिल हैं।
अधिकारियों की रही उपस्थिति
इस महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक में वन मंडला अधिकारी रौनक गोयल, मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुरेन्द्र प्रसाद वैद्य, अपर कलेक्टर नम्रता आनंद डोंगरे, संयुक्त कलेक्टर दिलेराम डाहिरे, एसडीएम पेण्ड्रारोड ऋचा चंद्राकर, एसडीएम मरवाही प्रफुल्ल रजक सहित विभिन्न विभागों के जिला, अनुभाग एवं खण्ड स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
कलेक्टर ने अधिकारियों से सुशासन तिहार को जनसहभागिता का पर्व बनाते हुए अधिकाधिक लाभ दिलाने की अपील की और कहा कि यह अभियान प्रशासन और जनता के बीच विश्वास की कड़ी मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है।