मंडला (मध्य प्रदेश):-कान्हा टाइगर रिजर्व के बफर जोन में मंगलवार देर रात एक हैरान कर देने वाला दृश्य देखने को मिला जब मालखेड़ी गांव के एक कुएं में एक बाघ गिर गया। घटना की जानकारी मिलते ही कान्हा प्रबंधन की टीम सक्रिय हुई और करीब दो घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बाघ को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
जानकारी के अनुसार, रात 1.30 बजे कान्हा टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर को सूचना मिली कि एक बाघ गांव के एक खुले कुएं में गिर गया है। बारिश और अंधेरे के बीच स्थिति बेहद चुनौतीपूर्ण थी। बावजूद इसके, प्रबंधन की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और रचनात्मक उपाय करते हुए एक खटिया को ट्यूब और रस्सियों के सहारे कुएं में उतारा गया।
काफी देर तक प्रयास के बाद बाघ खटिया पर चढ़ गया। इसके बाद सावधानीपूर्वक उसे ऊपर खींचा गया। जैसे ही बाघ जमीन पर आया, वह कूदकर जंगल की ओर भाग निकला, जिससे सभी ने राहत की सांस ली।
कान्हा टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक रविंद्र मणि त्रिपाठी ने बताया कि सूचना मिलते ही बीट गार्ड और रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंच गई थी। रात और बारिश के कारण अतिरिक्त टीम भेजनी पड़ी। उन्होंने बताया कि इस दौरान किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा और बाघ भी सुरक्षित है।
यह घटना बताती है:
- वन्यजीवों और इंसानों के बीच बढ़ती नजदीकी से उत्पन्न खतरे।
- कुशल और त्वरित रेस्क्यू प्रणाली की महत्ता।
- ग्रामीण इलाकों में खुले कुओं को ढंकने की आवश्यकता।
यह रेस्क्यू न केवल वन विभाग की मुस्तैदी को दर्शाता है बल्कि ग्रामीणों में जागरूकता की जरूरत को भी उजागर करता है, ताकि इस तरह की घटनाओं को भविष्य में रोका जा सके।