पांडातराई:- अटल बिहारी वाजपेयी शासकीय महाविद्यालय, पांडातराई जो क्षेत्र में उच्च शिक्षा का प्रमुख केंद्र रहा है, आज गंभीर समस्याओं से जूझ रहा है। कभी यह महाविद्यालय शिक्षा और अनुशासन के उच्च मानदंडों के लिए जाना जाता था, किन्तु वर्तमान में इसकी स्थिति चिंताजनक हो चुकी है। महाविद्यालय की भूमि का सीमांकन आज तक नहीं हो पाया है और बाउंड्री वॉल के अभाव में परिसर असुरक्षित बना हुआ है। बाहरी व्यक्तियों की आवाजाही से शैक्षणिक वातावरण प्रभावित होता है। दूसरी ओर, महाविद्यालय तक पहुँचने वाला मार्ग अत्यंत संकरा और जर्जर हो चुका है, जिसके चलते आए दिन दुर्घटनाएँ घट रही हैं। सड़क का चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण यहाँ के विद्यार्थियों और शिक्षकों की सुरक्षा के लिए अत्यंत आवश्यक हो गया है।

तुलसी यादव ने बताया की शैक्षणिक दृष्टि से भी महाविद्यालय की स्थिति चिंताजनक है। महत्वपूर्ण विषयो में स्नातकोत्तर स्तर पर पढ़ाई हेतु बाहर जाना पड़ता है। तत्काल एम.कॉम., राजनीति विज्ञान, जंतु विज्ञान और वनस्पति विज्ञान जैसे विषयों की पीजी कक्षाएँ प्रारंभ करने की आवश्यकता है। शिक्षकों की नियुक्ति का अभाव एक बड़ी समस्या बन चुका है। इसके अलावा, एक शिक्षक द्वारा विद्यार्थियों के साथ अनुचित व्यवहार किए जाने की शिकायतें लगातार सामने आ रही हैं, जिससे शैक्षणिक वातावरण और भी बिगड़ रहा है।

महाविद्यालय पुस्तकालय में विषयवार पुस्तकों की भारी कमी है, जिसके कारण विद्यार्थी न तो अपनी पढ़ाई सुचारु रूप से कर पा रहे हैं और न ही प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर पा रहे हैं। विज्ञान संकाय की प्रयोगशालाएँ भी बदहाल स्थिति में हैं। आवश्यक रसायनों और उपकरणों की कमी से प्रयोगात्मक कार्य प्रभावित हो रहे हैं, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता बुरी तरह घट रही है।
नगर मंत्री हिरेंद्र बघेल ने कहा कि इन सभी समस्याओं ने मिलकर पांडातराई महाविद्यालय को संकटग्रस्त कर दिया है। क्षेत्रीय विद्यार्थी मजबूरन अन्य महाविद्यालयों पर निर्भर हो रहे हैं, जिससे आर्थिक और शैक्षणिक दोनों ही स्तरों पर उन्हें भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। छात्रों ने स्पष्ट किया है कि यदि इन समस्याओं का तत्काल समाधान नहीं किया गया तो यह संस्थान, जो कभी गौरव का प्रतीक था, धीरे-धीरे अपनी पहचान खो देगा।
विद्यार्थियों और क्षेत्रवासियों ने माननीय उच्च शिक्षा मंत्री श्री टंकराम वर्मा जी से आग्रह किया है कि वे इन समस्याओं पर गंभीरता से संज्ञान लें और शीघ्र कार्यवाही कराएँ। भूमि सीमांकन कर बाउंड्री वॉल का निर्माण, पहुँच मार्ग का चौड़ीकरण, पुस्तकालय एवं प्रयोगशालाओं का सुदृढ़ीकरण, स्नातकोत्तर स्तर की कक्षाओं का आरंभ और पर्याप्त शिक्षकों की नियुक्ति जैसे मुद्दों का समाधान तत्काल होना चाहिए। छात्रों ने यह भी चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र कार्यवाही नहीं की गई तो वे आंदोलन करने के लिए विवश होंगे। इस विरोध प्रदर्शन में प्रमुख रूप से जिला संयोजक गजाधर वर्मा, प्रदेश सोसल मीडिया सयोजक मानस मिश्रा प्रदेश कार्यकारणी सदस्य अजय साहू नगर सहमंत्री खेमलाल साहू,गोपाल जायसवाल अजय साहू महेंद्र साहू अजय चंद्रवंशी मिथुन यादव कालेश्वर मिथलेश साहू गणेश साहू ईस्वरी श्याम सुन्दर यारेन निर्मलकर आकाश युगल संजू यादव सोनी मुन्ना साहू हर्षिता चंद्रवंशी सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे







