रिपोर्टर प्रमोद कुमार सोनवानी(पेंड्रा):-छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज सहकारी संघ के अंतर्गत संचालित जिला यूनियन मरवाही में आगामी तेन्दूपत्ता .संग्रहण सीजन 2025 के लिए शाखकर्तन प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन गुरुवार को मड़ना काष्ठागार परिसर में किया गया। इस कार्यशाला में तेन्दूपत्ता शाखकर्तन से लेकर भंडारण तक की विस्तृत जानकारी दी गई।
कार्यशाला में विशेषज्ञों ने साझा किए अनुभव
इस कार्यशाला में वनमंडलाधिकारी एवं जिला यूनियन के प्रबंध संचालक रौनक गोयल, उप वनमंडलाधिकारी आर.के. सिदार, उप प्रबंध संचालक एस.ए. खान, जिला यूनियन के उपाध्यक्ष शिवराम सिंह मार्को, संचालक मंडल के सदस्यगण सहित 16 लघु वनोपज समितियों के प्रबंधक, 186 फड़ों के फड़मुंशी, जनप्रतिनिधि, क्रेता प्रतिनिधि एवं शाखकर्तन करने वाले संग्राहक उपस्थित रहे।
कार्यशाला के दौरान उप वनक्षेत्रपाल आर.डी. साहू एवं ए. तिवारी सहित अन्य विशेषज्ञों ने अपने अनुभव साझा किए और संग्राहकों को शाखकर्तन की तकनीकी जानकारी प्रदान की।
22 हजार मानक बोरा संग्रहण का लक्ष्य
कार्यशाला में वनमंडलाधिकारी रौनक गोयल ने बताया कि इस वर्ष तेन्दूपत्ता संग्रहण का लक्ष्य 22 हजार मानक बोरा निर्धारित किया गया है। जिले में तेन्दूपत्ता संग्राहकों की संख्या 32,500 है, जिन्हें 12 करोड़ 10 लाख रुपये से अधिक का भुगतान किया जाएगा।
तेन्दूपत्ता संग्रहण दर में वृद्धि
वनमंडलाधिकारी ने बताया कि राज्य शासन ने तेन्दूपत्ता संग्रहण दर को 4000 रुपये से बढ़ाकर 5500 रुपये प्रति मानक बोरा कर दिया है। इसके अलावा शाखकर्तन का दर भी 15 रुपये से बढ़ाकर 70 रुपये प्रति मानक बोरा कर दिया गया है। इस दर वृद्धि के कारण श्रमिकों को लगभग 15 लाख 40 हजार रुपये का भुगतान किया जाएगा।
शाखकर्तन कार्य एक सप्ताह में पूर्ण होगा
कार्यशाला में बताया गया कि तेन्दूपत्ता शाखकर्तन का कार्य एक सप्ताह में पूर्ण कर लिया जाएगा। इस दौरान संग्राहकों को आवश्यक मार्गदर्शन और तकनीकी सहायता प्रदान की जाएगी, ताकि कार्य सुचारू रूप से संपन्न हो सके।
इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य संग्राहकों को नवीनतम तकनीकों से अवगत कराना और उन्हें अधिक कुशलता से कार्य करने के लिए प्रशिक्षित करना था।