कवर्धा, 4 सितंबर 2025: – शहर के हजारों निवासी पिछले तीन दिनों से पानी की गंभीर समस्या से जूझ रहे हैं। सरोदा से पानी की सप्लाई में अचानक आई रुकावट ने ना केवल घरों में पानी की किल्लत पैदा कर दी, बल्कि व्यापार भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इसके कारण शहरवासियों को भारी असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है।
वार्ड नंबर 08 के निवासी और समाजसेवी दीपक ठाकुर ने आरोप लगाया है कि यह समस्या पीएचई (Public Health Engineering) विभाग की बड़ी लापरवाही के कारण उत्पन्न हुई है। उनके मुताबिक, सरोदा के पास स्थित फिल्टर प्लांट के लिए पानी की आपूर्ति को सुनिश्चित करने हेतु दो दिन पहले कैनाल के पास एक पाइप जोड़ा गया था, लेकिन अधिकारियों ने इस पाइप को जोड़ने के बाद घटिया सामग्री का इस्तेमाल करते हुए कंक्रीट का कार्य किया। इससे पाइपलाइन में लीकेज (रिसाव) हो गया।
दीपक ठाकुर ने बताया, “दूसरे दिन नगर पालिका का फिल्टर प्लांट बंद रखा गया और आज जब सरोदा डेम से पानी की सप्लाई शुरू की गई, तो वह रिटर्निंग वॉल से रिसने लगा। इस वजह से अधिकारियों को जल आपूर्ति को तत्काल रोकना पड़ा। अब पीएचई के अधिकारियों की लापरवाही के कारण हजारों लोग पानी के बिना रह रहे हैं।”
व्यापारियों ने भी इस मुद्दे को लेकर गहरी चिंता जताई है। पानी की कमी के कारण उनका व्यवसाय प्रभावित हो रहा है, जिससे आर्थिक नुकसान हो रहा है। व्यापारी संगठनों का कहना है कि पानी की समस्या का समाधान जल्द से जल्द किया जाना चाहिए, ताकि उनके कामकाजी जीवन में सुधार हो सके।
दीपक ठाकुर ने पीएचई विभाग और ठेकेदार पर कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए कहा, “ऐसी लापरवाही के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। फिल्टर प्लांट के निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का इस्तेमाल करने के कारण यह समस्या खड़ी हुई है। यह सीधे तौर पर शहरवासियों की परेशानी बढ़ा रहा है।”
स्थानीय नागरिकों ने भी प्रशासन से तत्काल समाधान की अपील की है। उन्होंने कहा कि गर्मी के मौसम में पानी की समस्या गंभीर हो सकती है, ऐसे में अधिकारियों को अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए और इस मामले में त्वरित सुधार की दिशा में कदम उठाना चाहिए।
स्रोतों से मिली जानकारी के अनुसार, फिल्टर प्लांट के निर्माण कार्य में कई समस्याएँ आ रही हैं, और यह भी कहा जा रहा है कि जल्द ही अधिकारियों द्वारा इन समस्याओं का समाधान किया जाएगा।







