कवर्धा, कबीरधाम:- जिले के शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कवर्धा की व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। हाल ही में सामने आए एक मामले ने यह साबित कर दिया कि यहां मरीजों को बुनियादी इलाज तक नहीं मिल पा रहा है।
जानकारी के अनुसार, राकेश यादव नामक एक बुजुर्ग व्यक्ति ड्रेसिंग और टिटनेस का इंजेक्शन लगवाने के लिए कवर्धा स्थित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुँचे थे। लेकिन वहां मौजूद स्टाफ ने साफ शब्दों में कह दिया कि केंद्र में **न तो टिटनेस का इंजेक्शन उपलब्ध है, और न ही ड्रेसिंग के लिए पट्टी व रूई**।
इस घटना से यह साफ हो गया है कि जिले का शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बदहाल स्थिति में है। जहां लोगों को प्राथमिक इलाज और त्वरित चिकित्सा सुविधा मिलनी चाहिए, वहां आवश्यक दवाइयों और साधारण पट्टी तक की कमी है।
स्वास्थ्य सेवाओं पर उठे सवाल
ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में सरकारी अस्पतालों की स्थिति को सुधारने के लिए योजनाएँ तो लगातार बनाई जाती हैं, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है। आम नागरिकों का कहना है कि जब साधारण पट्टी और टिटनेस जैसी जीवनरक्षक दवाइयाँ ही उपलब्ध नहीं हैं, तो गंभीर बीमारियों और आपातकालीन स्थितियों में यहां किस प्रकार की सेवा दी जा रही होगी?







