मऊगंज (मध्यप्रदेश):-मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले से एक बेहद दर्दनाक और चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां देवर और भाभी ने एक साथ बहुती प्रपात में छलांग लगाकर अपनी जान दे दी। लेकिन इस आत्महत्या से ठीक पहले जो कदम उन्होंने उठाया, उसने सामाजिक रिश्तों की पारंपरिक सीमाएं तोड़ दीं और पूरे इलाके को सदमे में डाल दिया।
🔴 देवर-भाभी बने पति-पत्नी, फिर किया आत्महत्या
26 वर्षीय दिनेश साहू और 35 वर्षीय शकुंतला साहू रिश्ते में देवर-भाभी थे। आत्महत्या से ठीक पहले दिनेश ने सार्वजनिक रूप से शकुंतला की मांग में सिंदूर भरकर उसे पत्नी का दर्जा दिया और फिर दोनों ने एक वीडियो इंस्टाग्राम पर साझा कर बहुती प्रपात में छलांग लगा दी।
📹 वीडियो में भावनात्मक अपील और आरोप
वीडियो में दिनेश ने कहा:
“हम बहुत परेशान हैं। हमारी मौत के जिम्मेदार हीरालाल साहू, राजेंद्र साहू, संतोष साहू, राजकुमार साहू और उनका पूरा परिवार है। सरकार से हाथ जोड़कर विनती है कि इन्हें सख्त सजा दी जाए।”
वीडियो में दोनों ने खुद को मानसिक रूप से प्रताड़ित बताया और यह कदम सामाजिक और पारिवारिक दबाव के कारण उठाने की बात कही।
👨👩👧👧 भाभी के पीछे छूट गए तीन मासूम बच्चे
शकुंतला साहू की तीन बेटियां हैं – 11, 8 और 2 साल की। इस दर्दनाक घटना ने न केवल एक प्रेम कहानी का त्रासदीपूर्ण अंत किया बल्कि तीन मासूमों को अनाथ भी कर दिया।
🗣 परिजनों की प्रतिक्रिया
- युवक के चाचा ने बताया कि दिनेश 19 जुलाई को घर से निकला था और बाद में लड़की के घर पर देखा गया।
- लड़की के पिता ने कहा कि उनकी बेटी ने कभी कोई शिकायत नहीं की थी, सब कुछ सामान्य लग रहा था।
❗ अब उठ रहे हैं कई गंभीर सवाल
🔸 क्या समाजिक और पारिवारिक दबाव इतना बढ़ गया था कि दोनों को जान देनी पड़ी?
🔸 बहुती प्रपात जैसे पर्यटन स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था इतनी कमजोर क्यों है कि कोई भी बिना रोक-टोक आत्महत्या कर सके?
🔸 वीडियो में जिन लोगों को दोषी बताया गया, क्या प्रशासन उन पर कड़ी कार्रवाई करेगा?
📌 प्रशासन की भूमिका पर सवाल
यह घटना न केवल एक प्रेम त्रासदी है, बल्कि यह प्रशासन, समाज और परिवारिक ढांचे पर भी कड़ा प्रश्नचिह्न लगाती है। इस मामले की गंभीर जांच की आवश्यकता है ताकि सच सामने आ सके और दोषियों को सजा मिल सके।