कवर्धा, 27 जुलाई 2025:-श्रावण मास के तीसरे सोमवार पर छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध बाबा भोरमदेव धाम में भक्ति, श्रद्धा और सनातन संस्कृति का अनुपम संगम देखने को मिलेगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय हेलीकॉप्टर से मंदिर परिसर पहुँचकर कांवड़ यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं और भक्तों का पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत करेंगे।
यह लगातार दूसरा वर्ष है जब मुख्यमंत्री स्वयं इस आध्यात्मिक आयोजन में शामिल होकर श्रद्धालुओं का अभिनंदन कर रहे हैं। उनके साथ उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा एवं अरुण साव भी मौजूद रहेंगे। मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर कलेक्टर . गोपाल वर्मा ने समस्त तैयारियों की समीक्षा कर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए हैं।
हजारों श्रद्धालुओं की सहभागिता

भोरमदेव धाम में हर वर्ष सावन के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुँचते हैं, विशेषकर श्रावण सोमवार को। इस वर्ष भी कबीरधाम, बेमेतरा, खैरागढ़, राजनांदगांव, बलौदा बाजार, मुंगेली, बिलासपुर समेत कई जिलों से हजारों कांवड़िए नर्मदा जल लेकर पदयात्रा करते हुए भगवान भोलेनाथ को जल अर्पित करने पहुँचेंगे।
सरकारी तैयारियाँ चाक-चौबंद
राज्य सरकार ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं। इसमें सुरक्षा, पेयजल, स्वास्थ्य सेवा, भोजन, रात्रि विश्राम, मार्गदर्शन, पार्किंग और प्राथमिक चिकित्सा जैसी सुविधाएँ शामिल हैं। भोरमदेव मंदिर परिसर को विद्युत साज-सज्जा, भजन संध्या और स्वच्छता कार्यक्रमों के माध्यम से भक्ति और उत्सव के माहौल में ढाल दिया गया है।
आस्था, प्रशासन और संस्कृति का मिलन
मुख्यमंत्री श्री साय की अगुवाई में श्रद्धालुओं के सम्मान और सेवा की यह परंपरा राज्य में धर्म और संस्कृति के प्रति सम्मान की मिसाल बन रही है। भोरमदेव धाम, जिसे ‘छत्तीसगढ़ का खजुराहो’ भी कहा जाता है, सावन सोमवार पर आध्यात्मिक ऊर्जा, सामाजिक सहभागिता और प्रशासनिक तत्परता का अद्भुत केंद्र बन जाएगा।