रक्से (जिला कबीरधाम), 05 नवम्बर 2025:-संत बीरेश्वर आश्रम रक्से में कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर संत बीरसिंह देव जी की पुण्य स्मृति दिवस एवं संत सम्मेलन का आयोजन बड़े ही श्रद्धा और भक्ति भाव से सम्पन्न हुआ। दो दिवसीय इस आध्यात्मिक आयोजन में सैकड़ों श्रद्धालु, संत-महात्मा एवं ग्रामवासी शामिल हुए।

कार्यक्रम का शुभारंभ प्रातः 8 बजे गुरुपूजा एवं आरती से हुआ। इसके पश्चात् भजन, सत्संग एवं प्रवचन के माध्यम से वातावरण भक्तिमय बन गया।

मुख्य प्रवचन महर्षि मुक्तानुचर मानस कोकिला गिरिजा देवी शर्मा (कुसुमकसा, बालोद) द्वारा दिए गए। उन्होंने अपने प्रेरणादायी विचारों से श्रद्धालुओं के हृदय को स्पंदित करते हुए कहा कि —
“समस्त चराचर का अस्तित्व मैं आत्मा हूँ, मुझ आत्मा से भिन्न कुछ भी नहीं है” — यही सार्वभौम सिद्धांत का सार है।
आयोजन का उद्देश्य समाज में व्याप्त जात-पात, छुआछूत और भेदभाव जैसी कुरीतियों को मिटाकर एकता, समानता और आत्मबोध की भावना को स्थापित करना रहा।
पूरे कार्यक्रम का संचालन अत्यंत अनुशासन और सौहार्द के साथ संपन्न हुआ।
इस अवसर पर मुक्तबीर सतसंग समिति रक्से एवं ग्रामवासियों ने तन, मन, धन से सहयोग कर आयोजन को सफल बनाया।
समिति के अध्यक्ष घासीराम निषाद, संयोजक भागवत राम साहू, सचिव घनश्याम साहू, मीडिया प्रभारी रामदत्त साहू एवं पिंटू पटेल, सहित अनेक सदस्यगणों ने अपनी सक्रिय भूमिका निभाई।
अंत में सामूहिक आरती एवं प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। संत बीरेश्वर आश्रम रक्से का यह आयोजन समूचे क्षेत्र के लिए प्रेरणास्रोत सिद्ध हुआ।







