रायपुर:- छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी में जारी विवादों के बीच, पूर्व मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता मोहम्मद अकबर ने कहा कि पार्टी के भीतर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के कामकाज पर सवाल उठाना उचित नहीं है। उनका यह बयान तब आया जब पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के कार्यकाल पर सवाल उठाए थे और अध्यक्ष बदलने की मांग की थी। हालांकि, बाद में जुनेजा ने सफाई देते हुए कहा कि मीडिया ने उनके शब्दों को गलत तरीके से प्रस्तुत किया है।
मीडिया के गलत प्रस्तुतिकरण पर प्रतिक्रिया
मोहम्मद अकबर ने कहा कि यदि मीडिया ने किसी नेता के बयान को गलत तरीके से पेश किया है, तो उस नेता को सार्वजनिक रूप से अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए और पार्टी अध्यक्ष के सामने अपनी बात रखनी चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि इस तरह की बयानबाजी से पार्टी को नुकसान हो सकता है और ऐसे विवादों से बचना चाहिए।
विवाद की शुरुआत और पार्टी की प्रतिक्रिया
विवाद की शुरुआत तब हुई जब कुलदीप जुनेजा ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के कार्यकाल पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा था कि अगर तीन चुनाव हारने के बाद अध्यक्ष पद से इस्तीफा मांगा जा रहा है, तो उन्हें शर्म आनी चाहिए। इस बयान के बाद, प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने जुनेजा को नोटिस जारी कर तीन दिनों के भीतर जवाब देने को कहा। इसके बाद, जुनेजा ने अपने बयान से पलटते हुए कहा कि उनके शब्दों को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया।
निगम चुनाव में असंतोष और आरोप
इस विवाद का संबंध निगम चुनाव से भी जुड़ा हुआ माना जा रहा है। कई नेताओं ने टिकट वितरण में पारदर्शिता की कमी की बात कही है, जिससे असंतोष बढ़ा है। इसके अलावा, पार्टी में बागियों को पैसे लेकर शामिल करने के आरोप भी लगे हैं।
पार्टी में अनुशासन की आवश्यकता
मोहम्मद अकबर ने जोर देकर कहा कि पार्टी में अनुशासन बनाए रखना आवश्यक है और अनावश्यक विवादों से बचा जाना चाहिए। उन्होंने नेताओं से अपील की कि वे अपनी नाराजगी को पार्टी के अंदर ही रखें और सार्वजनिक रूप से किसी भी तरह की बयानबाजी से बचें।
यह विवाद कांग्रेस के लिए एक चुनौती बन सकता है, विशेषकर आगामी चुनावों के मद्देनजर, जहां पार्टी को एकजुटता दिखाने की आवश्यकता होगी।