रायपुर:- छत्तीसगढ़ में मितानिनों का महाआंदोलन लगातार दूसरे दिन भी जारी रहा। नवा रायपुर से लेकर सभी पांचों संभागों में आंदोलन की गूंज सुनाई दे रही है। ‘वादा निभाओ या जवाब दो’, ‘संविलियन, वेतन, सम्मान’ और ‘NGO मॉडल नहीं मंजूर’ जैसे नारों के साथ मितानिनों ने सरकार से सीधे सवाल किए। उनकी प्रमुख मांगों में नियमितीकरण, बकाया मेहनताना भुगतान और ठेका प्रथा समाप्त करना शामिल है।
मितानिन दीदियों का कहना है कि 13 महीने से मेहनताना अधूरा है और अब वे पीछे हटने वाली नहीं हैं। आंदोलनकारियों ने स्पष्ट किया कि यह हड़ताल केवल चेतावनी नहीं, बल्कि अधिकारों के लिए निर्णायक संघर्ष है।
रक्षाबंधन से एक दिन पहले, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने धरना स्थल पर पहुंचकर मितानिन दीदियों से राखी बंधवाई और उनके आंदोलन को समर्थन दिया। आज रायपुर के तूता धरना स्थल पर दुर्ग संभाग से सैकड़ों मितानिनें पहुंचीं, जिससे आंदोलन में नई ऊर्जा का संचार हुआ।
धरना, प्रदर्शन और संघर्ष के बीच मितानिनों ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें जल्द पूरी नहीं की गईं, तो आंदोलन और उग्र होगा।