आज बुधवार है और आज हैं ही को दिन चैत्र नवरात्रि की पंचमी का दिन है । , मां दुर्गा के पांचवें स्वरूप, स्कंदमाता की पूजा का विधान है.
चैत्र नवरात्रि:
यह नवरात्रि का पहला और वसंत नवरात्रि भी कहलाता है, जो चैत्र माह (मार्च-अप्रैल) में मनाया जाता है.
पंचमी तिथि:
नवरात्रि के नौ दिनों में से यह पाँचवाँ दिन है.
स्कंदमाता:
नवरात्रि के पांचवें दिन, मां दुर्गा के स्कंदमाता रूप की पूजा की जाती है, जो स्कंद कुमार (कार्तिकेय) की माता के रूप में जानी जाती हैं.
पूजा का विधान:
स्कंदमाता को केले का भोग लगाया जाता है और उनकी पूजा में मंत्रों का जाप किया जाता है.
महत्व:
स्कंदमाता को मोक्ष के द्वार खोलने वाली माना जाता है और उनकी कृपा से भक्तों की सभी इच्छाएं पूरी होती हैं.
चैत्र नवरात्रि की पंचमी तिथि, जिसे वसंत पंचमी या श्री पंचमी भी कहा जाता है, हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण तिथि है, जो विद्या, ज्ञान, कला और संगीत की देवी सरस्वती की पूजा के लिए जानी जाती है।