नई दिल्ली:-उत्तर प्रदेश के छांगुर बाबा मामले के बाद अब दिल्ली में एक और चौंकाने वाला धर्मांतरण रैकेट सामने आया है, जिसने पुलिस और खुफिया एजेंसियों की नींद उड़ा दी है। इस गिरोह का मास्टरमाइंड अब्दुल रहमान है, जो पूरे परिवार सहित इस षड्यंत्र में लिप्त पाया गया है।
पुलिस ने अब्दुल रहमान के दो बेटों अब्दुल्ला और अब्दुल रहीम तथा उसकी बहू को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि उसकी पत्नी फरार है। पुलिस का कहना है कि यह रैकेट युवतियों को फंसा कर जबरन धर्मांतरण कराने और फर्जी दस्तावेज तैयार करने का काम करता था।
🔍 कैसे हुआ खुलासा?
इस पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब पुलिस ने एक दलित युवती के जबरन विवाह और धर्मांतरण की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए एक युवक जुनैद को गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान सामने आया कि जुनैद इस धर्मांतरण गिरोह से जुड़ा हुआ था।
जांच में अब्दुल रहमान के परिवार की संलिप्तता उजागर हुई। इसके बाद पुलिस ने छापेमारी की, जिसमें गिरोह से जुड़े कई साक्ष्य बरामद किए गए, जिनमें:
🔹 संदिग्ध धार्मिक साहित्य
🔹 फर्जी दस्तावेज
🔹 इलेक्ट्रॉनिक उपकरण (मोबाइल, लैपटॉप)
🔹 धर्मांतरण से संबंधित वीडियो रिकॉर्डिंग
🏃♀️ मास्टरमाइंड की पत्नी फरार
छापेमारी के दौरान रहमान की पत्नी मौके से फरार हो गई। पुलिस के हाथ लगे एक वीडियो में वह युवतियों को धर्मांतरण के लिए लाने की बात करती दिखाई दे रही है। उसकी तलाश के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं।
📱 मोबाइल डेटा से खुल सकते हैं और राज
अब्दुल रहमान और उसके परिजनों के मोबाइल डेटा की फॉरेंसिक जांच की जा रही है। इससे गिरोह के वित्तीय लेन-देन, संपर्क सूत्र और अंतरराज्यीय नेटवर्क का पता लगाया जा रहा है।
🌐 अंतरराज्यीय नेटवर्क की आशंका
प्रारंभिक जांच में यह संकेत मिले हैं कि यह गिरोह सिर्फ दिल्ली तक सीमित नहीं था, बल्कि यह उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और अन्य राज्यों में भी सक्रिय हो सकता है।
पुलिस का मानना है कि यह सुनियोजित, संगठित और फंडेड नेटवर्क है, जो धर्मांतरण को एक अभियान की तरह चला रहा था।
🚨 क्या हैं अगली कार्रवाई?
🔸 फरार आरोपी महिला की तलाश तेज़
🔸 बरामद दस्तावेजों की जांच
🔸 विदेशी फंडिंग की भी जांच की जाएगी
🔸 जिन युवतियों को प्रभावित किया गया, उनकी काउंसलिंग और बयान दर्ज