कवर्धा:- धर्मनगरी कवर्धा की पवित्र भूमि पर रविवार को एक ऐसा दृश्य देखने को मिला जिसने हर किसी का हृदय छू लिया। बजरंग दल के प्रमुख और कवर्धा के लाल वीर हिंदू दुर्गेश देवांगन ने अपने कर्म और व्यवहार से गौ-सेवा का सजीव संदेश दिया।
जानकारी के अनुसार, जब उन्होंने मार्ग पर एक प्यासी बछड़े को देखा तो बिना किसी विलंब के उसे दूध पिलाकर उसकी प्यास बुझाई। यह दृश्य न केवल मानवीय संवेदनाओं का परिचायक रहा बल्कि समाज को गौ-रक्षा के महत्व का स्पष्ट संदेश भी देता है।
दुर्गेश देवांगन ने इस अवसर पर कहा कि आज गौ माता गाड़ियों और तस्करों के शिकार हो रही हैं। गौ-हत्या और गौ-व्यापार की घटनाएँ दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं। यह केवल कबीरधाम जिले तक सीमित नहीं है बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में चिंता का विषय बन चुका है।
उन्होंने आगे बताया कि गौ रक्षा के संकल्प को मजबूत करने के लिए उनके सहपाठी/उनके भाई आदेश सोनी ने अपनी उंगली काटकर बलिदान दिया है। यह कदम समाज और सरकार को यह संकेत देने के लिए है कि गौ माता को “राष्ट्र माता” का दर्जा दिलाया जाए।
दुर्गेश देवांगन का कहना है कि गौ-सेवा केवल एक धार्मिक आस्था नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति की आत्मा है। यदि समाज और शासन ने इस दिशा में ठोस कदम नहीं उठाए तो आने वाले समय में इसकी गंभीर परिणति देखने को मिल सकती है।
स्थानीय नागरिकों और गौ-सेवकों ने दुर्गेश देवांगन की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि उनका यह त्याग आने वाली पीढ़ियों को गौ-रक्षा के लिए प्रेरित करेगा।







