कुसुमघटा:– छत्रपति शिवाजी प्रभात शाखा, कुसुमघटा में हिंदू नव वर्ष, वर्ष प्रतिपदा का उत्सव हर्षोल्लास के साथ धूमधाम से मनाया गया। इस शुभ अवसर पर कार्यक्रम की शुरुआत मां भारती के छायाचित्र के पूजन-अर्चन से की गई। इसके पश्चात सुभाषितानि, अमृत वचन एवं देशभक्ति से ओत-प्रोत गीतों का गायन हुआ।
इस विशेष आयोजन के मुख्य वक्ता, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला संपर्क प्रमुख धीरज जाजड़ा जी ने हिंदू नव वर्ष उत्सव के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए बताया कि संघ में छह प्रमुख उत्सव मनाए जाते हैं, जिनमें वर्ष प्रतिपदा का विशेष स्थान है। उन्होंने कहा कि इस दिन सृष्टि की रचना हुई थी, भगवान का राज्याभिषेक संपन्न हुआ था और इसी दिन से नववर्ष की शुरुआत भी मानी जाती है।
उन्होंने आगे बताया कि इसी दिन भगवान झूलेलाल की जयंती भी होती है तथा संघ के संस्थापक, डॉक्टर केशव बलिराम हेडगेवार जी का जन्मदिन भी इसी दिन मनाया जाता है। हिंदू परंपराओं के अनुसार, इसी दिन से चैत्र नवरात्रि का आरंभ होता है, जिसमें मां दुर्गा की आराधना की जाती है। इस दौरान हिंदू परिवारों में भागवत ध्वज फहराए जाते हैं, घरों में दीप प्रज्वलित किए जाते हैं, और भजन-कीर्तन के साथ जगराता किया जाता है।
इस अवसर पर उपस्थित विश्व हिंदू परिषद के क्षेत्र मंदिर अर्चक प्रमुख चंद्रशेखर वर्मा जी ने भी नववर्ष के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि यह केवल एक तिथि नहीं, बल्कि हिंदू संस्कृति और परंपराओं का प्रतीक है, जिसे नई ऊर्जा और सकारात्मकता के साथ मनाना चाहिए।
कार्यक्रम में अन्य गणमान्य अतिथियों में श्री छेदीलाल निषाद, ओमप्रकाश देवांगन, सुरेश वर्मा, मनहरण साहू, शिवानंद वर्मा, रामकुमार देवांगन, मयंक वर्मा, आकाश वर्मा, संतोष वर्मा एवं अन्य कई स्वयंसेवक उपस्थित रहे। साथ ही, धर्म जागरण के जिला संयोजक विकास मिश्रा जी की उपस्थिति ने कार्यक्रम को और अधिक गरिमामयी बना दिया।
इस उत्सव में स्थानीय नागरिकों ने भी बड़ी संख्या में भाग लिया और पूरे आयोजन स्थल को भगवा ध्वजों एवं रंग-बिरंगे पुष्पों से सजाया गया। भव्य शोभायात्रा भी निकाली गई, जिसमें स्वयंसेवकों ने पारंपरिक वेशभूषा में हिस्सा लिया और ‘जय श्रीराम’ तथा ‘भारत माता की जय’ के गगनभेदी नारे लगाए।
समारोह के अंत में प्रसाद वितरण किया गया और सभी ने नववर्ष की मंगलकामनाएं देते हुए एकजुटता एवं राष्ट्रसेवा की भावना को और मजबूत करने का संकल्प लिया। इस प्रकार, छत्रपति शिवाजी प्रभात शाखा, कुसुमघटा में यह उत्सव उत्साह और भक्ति भाव के साथ संपन्न हुआ।