रिपोर्टर प्रमोद कुमार सोनवानी (पेंड्रा):- मारवही के ग्राम पंचायत धरहर और ऐंठी में होली का पर्व धूमधाम और उल्लास के साथ मनाया गया। यह पर्व न केवल रंगों और गुलाल से सराबोर था, बल्कि हर गली-मोहल्ले में गूंजते होली के गीतों और नृत्य ने वातावरण को और भी रंगीन बना दिया। होली के इस विशेष मौके पर गांववासियों ने एक-दूसरे को गले लगाकर रंगों का आदान-प्रदान किया और शुभकामनाएं दीं।
बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक का उल्लास
होली के दिन गांव के हर कोने में खुशी का माहौल था। बच्चे सुबह से ही रंगों और पिचकारियों के साथ खेलते हुए बाहर निकल आए थे। बच्चे अपने दोस्तों के साथ होली के उत्सव का आनंद लेते नजर आए। वहीं, बुजुर्ग भी इस उत्सव से पीछे नहीं रहे और बच्चों की तरह रंग और गुलाल में रंगे हुए थे। बड़े बुजुर्गों को अबीर और गुलाल लगाकर उनका आशीर्वाद लिया गया, जिससे पूरे गांव में एक सौहार्दपूर्ण माहौल बना।
महिलाओं ने भी बढ़-चढ़कर लिया हिस्सा
महिलाओं ने भी होली के इस पर्व को पूरे जोश और उत्साह के साथ मनाया। महिलाओं की टोली एकजुट होकर होली खेल रही थी और विभिन्न गाने गा रही थीं। रंगों में सराबोर महिलाएं समूह बनाकर होली खेलते हुए पूरे दिन त्योहार का आनंद ले रही थीं।
फाग गीत और पारंपरिक ध्वनियों का आनंद
ग्राम पंचायत के विभिन्न मोहल्लों में उत्साही लोग फाग गीत गाने के साथ-साथ ढोल व झाल बजाकर परंपरागत गीतों का आयोजन कर रहे थे। यह सिलसिला पूरे दिन चलता रहा, जिसमें लोग नृत्य करते हुए होली के गीतों पर जमकर ठुमके लगा रहे थे। ढोल और झाल की आवाजें गली-मोहल्ले में गूंजती रही, और होली का माहौल और भी शानदार बन गया।
होलिका दहन से लेकर होली की शुभकामनाएं
पर्व के इस दिन, गांव के लोग एक-दूसरे के घरों में जाकर गुलाल लगाकर होली की बधाई देते रहे। होली का शुभकामना देने का यह सिलसिला देर शाम तक जारी रहा, जिसमें लोग रंगों के साथ एक-दूसरे के रिश्तों को भी और प्रगाढ़ करते गए।
होली के इस पावन अवसर पर ग्राम पंचायत धरहर और ऐंठी में गांववासियों के बीच प्यार, भाईचारे और सौहार्द की भावना और मजबूत हुई। यह त्योहार केवल रंगों का नहीं, बल्कि एकजुटता और प्रेम का प्र
तीक बनकर उभरा।