राजनांदगांव, छत्तीसगढ़:- जिले के मोहड़ गांव में अवैध रेत खनन को लेकर हुए गोलीकांड मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीसरे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने वाहन के मालिक अभिनव तिवारी को गिरफ्तार किया है। इससे पहले जेसीबी चालक भगवती निषाद और संजय रजक को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा जा चुका है।
टीआई सत्यनारायण देवांगन पर गिरी गाज
घटना में लापरवाही बरतने और संदिग्ध भूमिका पाए जाने पर सोमनी थाना प्रभारी (टीआई) सत्यनारायण देवांगन को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। प्रशासन ने साफ किया है कि अवैध खनन और कानून व्यवस्था में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
घटना का विवरण: रेत माफियाओं की खुलेआम दबंगई
घटना 11 जून की रात लगभग 7 से 7:30 बजे के बीच की है। मोहड़ गांव स्थित नदी किनारे अवैध रूप से रेत निकालने का काम चल रहा था। इस कार्य के लिए जेसीबी मशीन से रैम्प तैयार किया जा रहा था। जब ग्रामीणों को इसकी जानकारी मिली, तो वे मौके पर पहुंचकर विरोध करने लगे।
इसी दौरान रेत माफियाओं ने ग्रामीणों पर फायरिंग कर दी।
इस हमले में रोशन मंडावी नामक युवक को गोली गले से छूती हुई निकल गई, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तुरंत मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके अलावा जितेन्द्र साहू और ओम प्रकाश साहू नामक दो अन्य ग्रामीण भी घायल हुए हैं।
पुलिस की सक्रियता: अपराधियों की धरपकड़ जारी
पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव के निर्देश पर इस मामले में विशेष टीम गठित की गई थी। जांच के दौरान वाहन के मालिक अभिनव तिवारी की संलिप्तता सामने आने पर उसे गिरफ्तार किया गया। पुलिस अब पूरे नेटवर्क की तह तक पहुंचने के लिए छानबीन कर रही है।
प्रशासन सख्त, अवैध खनन पर कार्रवाई तय
जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि अवैध रेत खनन के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएंगे। प्रशासन की ओर से यह भी संकेत दिए गए हैं कि इस प्रकार के माफिया तत्वों पर एनएसए (National Security Act) जैसी सख्त धाराओं में कार्रवाई हो सकती है।
जनता में आक्रोश, निष्पक्ष जांच की मांग
घटना के बाद मोहड़ गांव सहित आसपास के क्षेत्रों में आक्रोश की लहर है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि रेत माफियाओं को स्थानीय पुलिस का संरक्षण प्राप्त था, जिसके चलते वे इतने साहसिक ढंग से हमला करने में सक्षम रहे। अब जनता मामले की निष्पक्ष जांच और कठोर कार्रवाई की मांग कर रही है।