रायपुर, 22 फरवरी:- छत्तीसगढ़ में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) के आयोजन को लेकर प्रदेश के वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि केवल एक बड़े इवेंट का आयोजन कर देना और वास्तविक निवेश न आना, इसका कोई विशेष लाभ नहीं होता। इन्वेस्टमेंट को आउटकम ओरिएंटेड होना चाहिए, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को वास्तविक लाभ मिले। सरकार की प्राथमिकता यह है कि राज्य में अच्छे निवेशक आएं, जिससे प्रदेश की आर्थिक स्थिति को मजबूती मिल सके।
मध्यप्रदेश में चल रही GIS, छत्तीसगढ़ की अलग रणनीति
मध्यप्रदेश में इन दिनों ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट जारी है, इसी संदर्भ में जब छत्तीसगढ़ में GIS के आयोजन को लेकर सवाल किया गया, तो वित्त मंत्री ने स्पष्ट किया कि सरकार की प्राथमिकता गुणवत्तापूर्ण निवेश आकर्षित करना है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उद्योग मंत्री दिल्ली और मुंबई से निवेश लेकर आए हैं, जिससे राज्य में लगभग 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश आने की प्रक्रिया चल रही है।
नया रायपुर बनेगा सेमीकंडक्टर और फार्मास्यूटिकल हब
वित्त मंत्री चौधरी ने बताया कि नया रायपुर को सेमीकंडक्टर और फार्मास्यूटिकल हब के रूप में विकसित करने की योजना बनाई गई है। यह योजना पूरी होने के बाद राज्य को औद्योगिक क्षेत्र में नई ऊंचाइयां मिलेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि अगले एक वर्ष के भीतर विभिन्न सेक्टरों में कार्य शुरू हो जाएगा, जिससे निवेशकों को वास्तविक लाभ मिलेगा। इसके बाद यदि GIS का आयोजन किया जाता है, तो यह और अधिक प्रभावी होगा।
आज होगी मंत्रिपरिषद की महत्वपूर्ण बैठक
इसी क्रम में छत्तीसगढ़ सरकार की आज मंत्रिपरिषद की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की जाएगी। इस बैठक को लेकर वित्त मंत्री ने मीडिया से चर्चा की और बताया कि आज कैबिनेट में राज्य के बजट का अनुमोदन किया जाएगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि यह बजट हर वर्ग के लिए लाभकारी होगा और राज्य के आर्थिक विकास को गति देने वाला साबित होगा। सरकार इस दिशा में लगातार कार्य कर रही है ताकि प्रदेश की आर्थिक स्थिति और अधिक मजबूत हो सके।
राज्य में निवेश बढ़ाने की दिशा में सरकार की पहल
छत्तीसगढ़ सरकार राज्य में औद्योगिक विकास और निवेश को बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार केवल दिखावटी इवेंट्स पर ध्यान देने की बजाय वास्तविक निवेश को प्राथमिकता दे रही है, जिससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था को ठोस लाभ मिल सके। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले वर्षों में छत्तीसगढ़ निवेश के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में उभरेगा।