रीवा,मध्य प्रदेश:- एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जिसमें रिटायर्ड प्रोफेसर आशा त्रिपाठी के घर से पिछले डेढ़ साल से लगातार रुपये की चोरी की जा रही थी। मामले की तहकीकात के दौरान पता चला कि चोरी का जिम्मेदार कोई बाहरी व्यक्ति नहीं बल्कि घरेलू काम वाली संगीता यादव है।
घटना की रूपरेखा:
रिटायर्ड प्रोफेसर आशा त्रिपाठी, जो चौरसिया नर्सिंग होम के पास निवास करती हैं, ने लगातार अपने घर से रुपये की चोरी की शिकायत दर्ज कराई। शक का निशाना घर में काम करने वाली महिला पर लगते ही त्रिपाठी ने तुरंत थाने में मामला दर्ज कराया।
तहकीकात और सबूत:
पुलिस ने मामले की गहराई से जांच शुरू की। जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज में स्पष्ट रूप से देखा गया कि संगीता यादव ने कई मौकों पर चोरी की वारदात अंजाम दी है। पुलिस के अनुसार, संगीता यादव पिछले डेढ़ साल से चोरी करते हुए बिना किसी संदेह के परिवार के माल में से नकदी निकाल लेती थी, जिससे मालिक को इसकी जानकारी न हो सके।
चोरी का विवरण:
संगीता यादव द्वारा चुराई गई राशि से उसने न केवल अपने परिवार की जरूरतों को पूरा किया, बल्कि बच्चों की स्कूल फीस, घर के खर्च, एक जोड़ी सोने के झुमके और एक मंगलसूत्र भी बनवाया। पुलिस ने आरोपी से बरामद हुए सोने के जेवर भी जब्त कर लिए हैं।
कानूनी कार्रवाई:
पुलिस ने आरोपी संगीता यादव को गिरफ्तार कर, पूछताछ के बाद न्यायालय में पेश कर दिया है। मामले की सुनवाई में आरोपी को जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने आगे भी जांच जारी रखने का आश्वासन दिया है ताकि किसी भी अन्य संभावित घटनाक्रम की जानकारी मिल सके।
आशा त्रिपाठी की प्रतिक्रिया:
रिटायर्ड प्रोफेसर आशा त्रिपाठी ने बताया कि वे लंबे समय से इस चोरी से परेशान थीं और अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंतित थीं। उन्होंने कहा, “मुझे विश्वास नहीं होता था कि मेरे अपने ही घर में काम करने वाली महिला इस तरह की बेइमानी कर सकती है।”
पुलिस की अपील:
पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि यदि उन्हें अपने आस-पास ऐसी कोई असामान्य गतिविधि दिखे तो तुरंत शिकायत करें। साथ ही, यह भी कहा गया है कि सीसीटीवी फुटेज और अन्य तकनीकी उपकरणों की मदद से इस तरह के अपराधों का पर्दाफाश संभव हो पाया है।
यह घटना रीवा में घरेलू विश्वासघात की एक और कड़ी गाथा बनकर सामने आई है, जिससे समाज में विश्वास और सुरक्षा के मुद्दों पर फिर से चर्चा शुरू हो गई है।