बोड़ला, कबीरधाम:- तहसील बोड़ला के अंतर्गत ग्राम दलदली में एक सरकारी पट्टा भूमि पर अवैध रूप से निर्मित चर्च को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। ग्रामीणों ने अनुविभागीय अधिकारी (एसडीएम) बोड़ला को ज्ञापन सौंपकर उक्त धार्मिक संरचना को हटाने और संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
शिकायत के अनुसार, ग्राम दलदली निवासी बीरसिंह ताण्डिया पिता पियासी लाल ताण्डिया द्वारा सरकार से आबंटित पट्टा भूमि, जो कि गृह निर्माण एवं कृषि कार्य हेतु दी जाती है, पर नियमों के विरुद्ध धार्मिक भवन (चर्च) का निर्माण कर लिया गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि इस चर्च में विगत कई वर्षों से प्रार्थना सभा और तथाकथित “चंगाई सभा” आयोजित कर लोगों की स्वास्थ्य समस्याओं का लाभ उठाया जा रहा है, और उन्हें भ्रमित कर धर्मान्तरण किया जा रहा है।
ग्रामीणों ने प्रशासन को चेताया:- ग्रामीणों ने स्पष्ट किया है कि पट्टा शर्तों के अनुसार ऐसी भूमि पर किसी भी प्रकार के धार्मिक स्थल का निर्माण अवैध है। इसके बावजूद चर्च निर्माण कर लगातार धार्मिक गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं, जिससे ग्राम व क्षेत्र में सामाजिक सौहार्द्र प्रभावित हो रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि उक्त गतिविधियों को लेकर गांव में ईसाई धर्म के अनुयायियों और हिन्दू समाज के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है। यदि शीघ्र ही प्रशासन द्वारा उचित कार्रवाई नहीं की जाती, तो ग्रामीण स्वयं उक्त चर्च को हटाने को विवश होंगे।
प्रमुख मांगें:
अवैध रूप से निर्मित चर्च को तत्काल प्रभाव से हटाया जाए।
बीरसिंह ताण्डिया के विरुद्ध उचित कानूनी कार्रवाई की जाए।
गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने हेतु प्रशासनिक निगरानी बढ़ाई जाए।
स्थानीय ग्रामीणों का बयान:
“हमने पहले भी कई बार प्रशासन को अवगत कराया है, लेकिन अब स्थिति असहनीय होती जा रही है। यदि अब भी कार्रवाई नहीं हुई, तो गांव में संघर्ष की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।”
प्रशासन के लिए चुनौती:
अब यह देखना होगा कि अनुविभागीय अधिकारी इस मामले में क्या कदम उठाते हैं। अवैध निर्माण, धर्मान्तरण और सामाजिक सौहार्द के बिगड़ते हालात को देखते हुए यह एक गंभीर प्रशासनिक चुनौती बन चुका है।