दमोह, मध्यप्रदेश:-मध्यप्रदेश के दमोह जिले के मिशन अस्पताल में सात मरीजों की संदिग्ध मौत का कारण बने डॉक्टर एन जॉन कैम (N John Camm) को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। लेकिन हैरानी की बात यह है कि जेल की सलाखों के पीछे जाने के बावजूद वह अपने कृत्य पर ना तो शर्मिंदा है और ना ही पश्चाताप करता नजर आ रहा है।
जानकारी के अनुसार, डॉक्टर एन जॉन कैम पर गंभीर लापरवाही और संदिग्ध इलाज के चलते अस्पताल में करीब सात लोगों की मौत का आरोप है। इस घटना ने जिलेभर में सनसनी फैला दी थी और स्वास्थ्य व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए थे। जांच के बाद डॉक्टर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
अब जेल में उसकी मांग ने एक बार फिर उसे सुर्खियों में ला दिया है। बताया जा रहा है कि जेल में रहते हुए वह अपनी फिटनेस को लेकर गंभीर है और उसने कोर्ट में अर्जी देकर अंडे और दूध जैसी हाई-प्रोटीन डाइट की मांग की है। यह बात जानकर आमजन और पीड़ित परिवारों में आक्रोश है कि जिस डॉक्टर की लापरवाही से कई जिंदगियां गईं, वह अब खुद के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित है, लेकिन एक बार भी अपने अपराध पर पछतावा नहीं जताया।
डॉक्टर एन जॉन कैम की इस संवेदनहीनता पर समाज के विभिन्न वर्गों ने नाराजगी जाहिर की है और सवाल उठाया है कि क्या ऐसे व्यक्ति को विशेष सुविधाएं दी जानी चाहिए?
इस पूरे मामले की जांच अब भी जारी है, और पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने की मांग तेज होती जा रही है।