- कवर्धा, 16 जुलाई 2025:- बिलासपुर में आयोजित पीडब्लूडी सब-इंजीनियर भर्ती परीक्षा में कथित रूप से हुई डिजिटल नकल और व्यापक धांधली के विरोध में एनएसयूआई कबीरधाम ने आज ज़ोरदार प्रदर्शन किया। जिला अध्यक्ष शितेष चन्द्रवंशी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का पुतला दहन कर प्रदेश सरकार की शिक्षा विरोधी नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
एनएसयूआई जिला अध्यक्ष शितेष चन्द्रवंशी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि –
> “बिलासपुर के बहुचर्चित पीडब्लूडी सब-इंजीनियर परीक्षा घोटाले ने प्रदेश की संपूर्ण परीक्षा प्रणाली की पारदर्शिता पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। जब-जब भाजपा की सरकार आती है, भ्रष्टाचार और धांधली भी साथ आती है। यह पहला मामला नहीं है – पूर्व में रमन सिंह की सरकार के दौरान भी ऐसे गंभीर उदाहरण सामने आ चुके हैं, जब शिक्षा मंत्री केदार कश्यप की पत्नी की जगह किसी और ने परीक्षा दी थी। यह भाजपा की रीति-नीति है – शिक्षा का स्तर गिराकर अपनों को अवैध रूप से लाभ पहुंचाना।”
शितेष चन्द्रवंशी ने आगे कहा कि कवर्धा जिले में भी शैक्षणिक अनियमितताएं चरम पर हैं। एनएसयूआई द्वारा लगातार किए जा रहे विरोध के बाद जिला शिक्षा अधिकारी का स्थानांतरण तो हुआ, लेकिन आज तक किसी जिम्मेदार के विरुद्ध ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
उन्होंने चेतावनी भरे शब्दों में कहा –
> “हम शीघ्र ही नए जिला शिक्षा अधिकारी से मिलकर भ्रष्टाचार और अनियमितता से जुड़े बिंदुओं पर उन्हें अवगत कराएंगे। यदि इसके बावजूद कार्रवाई नहीं हुई, तो हमारा आंदोलन और भी व्यापक, तेज और निर्णायक रूप लेगा।”
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कांग्रेस और एनएसयूआई कार्यकर्ता रहे मौजूद
इस विरोध प्रदर्शन में कई वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं व एनएसयूआई पदाधिकारियों ने भाग लिया। प्रमुख रूप से उपस्थित लोगों में शामिल थे:
मणिकांत त्रिपाठी – कांग्रेस कमेटी ब्लॉक अध्यक्ष, कवर्धा
आकाश केशरवानी – प्रदेश सचिव, युवक कांग्रेस
राहुल सिन्हा – जिला महासचिव
दामोदर चन्द्रवंशी, जलेश्वर यादव, हेमंत ठाकुर – शहर अध्यक्ष
शरद बांगली, विकास चंद्रवंशी – मीडिया प्रभारी
अभय बनर्जी, परमेश्वर धृतलहरे, नरेंद्र वर्मा, राहुल चंद्रवंशी
तुकेश कौशिक, राजा यादव, राहुल साहू, विवेक वर्मा, ऋषि राज वर्मा
प्रमोद केशरी, शिवा साहू, प्रांजल यादव, दीपक पटेल सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे।
कार्यक्रम शांति पूर्ण तरीके से संपन्न हुआ, लेकिन इसमें युवाओं का जोश और प्रशासन के प्रति नाराजगी साफ देखी जा सकती थी।
एनएसयूआई ने चेताया है कि यदि परीक्षा घोटाले की निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कार्रवाई नहीं की गई, तो यह आंदोलन प्रदेशव्यापी आंदोलन में तब्दील हो सकता है।