ग्वालियर (मध्य प्रदेश), मंगलवार रात:-श्रावण मास की आस्था में लीन कांवड़ यात्रियों के एक जत्थे पर उस समय कहर टूट पड़ा जब तेज रफ्तार और बेकाबू कार ने उन्हें कुचल दिया। दर्दनाक हादसा ग्वालियर-शिवपुरी लिंक रोड के शीतल तिराहे पर हुआ, जिसमें चार कांवड़ियों की मौत हो गई, जबकि दो की हालत गंभीर बनी हुई है।
हादसे का पूरा घटनाक्रम:
ग्वालियर जिले के सिड़ाना गांव के रहने वाले 12 से अधिक कांवड़ यात्री भदावना से जल भरकर दर्शन के बाद लौट रहे थे। मंगलवार रात करीब 12:30 बजे, जैसे ही यह जत्था शिवपुरी लिंक रोड पर शीतला माता तिराहे के पास पहुंचा, शिवपुरी की ओर से आई एक तेज रफ्तार कार ने अचानक नियंत्रण खो दिया और कांवड़ियों को रौंदते हुए सड़क किनारे पलट गई।
हादसे में मृतक कांवड़िए:
- धर्मेंद्र बंजारा
- रमेश बंजारा
- दिनेश बंजारा
- पूरण बंजारा
जबकि प्रहलाद बंजारा और बाबा बंजारा को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक हादसा इतना भयानक था कि कई शव झाड़ियों में जा गिरे।
पुलिस की कार्रवाई:
घटना की जानकारी मिलते ही तीन थानों की पुलिस मौके पर पहुंची।
- झाड़ियों से शवों को निकाला गया।
- कार को जब्त कर लिया गया है।
- पुलिस का कहना है कि कार का टायर फटने के कारण वाहन अनियंत्रित हुआ।
- हादसे के बाद कार सवार फरार हो गए।
- CSP हिना खान ने बताया कि कार के नंबर के आधार पर मालिक की पहचान कर ली गई है और जल्द गिरफ्तारी की बात कही गई है।
इस हादसे ने कई सवाल खड़े किए हैं:
- रात में कांवड़ यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था क्यों नहीं थी?
- हाईवे पर बगैर स्पीड कंट्रोल के वाहन क्यों चल रहे हैं?
- खुले में पैदल चल रहे श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए कोई गश्ती या बैरिकेडिंग क्यों नहीं?
श्रद्धांजलि और अपील:
यह घटना सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि सिस्टम की लापरवाही का आईना है। प्रशासन और शासन दोनों को चाहिए कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। साथ ही आम नागरिकों से भी अपील है कि सड़क पर सावधानी से वाहन चलाएं — किसी की जिंदगी आपके एक फैसले पर टिकी हो सकती है।
🕯️ श्रद्धांजलि उन चारों श्रद्धालुओं को जिन्होंने भोलेनाथ की भक्ति में अपने प्राण गंवा दिए।