कवर्धा:- जिले के विधानसभा पंडरिया में संचालित लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल सहकारी शक्कर उतपादक कारखाना में व्याप्त भारी भ्रष्टाचार, कुप्रबंधन, सत्तारूढ़ दल की क्षेत्रीय विधायक तथा प्रदेश व केन्द्र की भाजपा सरकार की गैर जिम्मेदारी एवं जिले के अन्नदाता किसानो के प्रति असंवेदनशीलता के चलते पैराई सत्र 2024-25 में अपने खून पसीने से सींचकर उपजाई गई गन्ना फसल, कारखाना को बेंचने वाले मेहनतकश गन्ना उत्पादक किसानो को, फसल बेंचने के करीब साढ़े तीन माह बाद भी समुचित भुगतान नहीं हो पाया है। जिससे एन होली त्यौहार के समय गन्ना किसानो के हांथ खाली है और उन्हें भारी आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है। उक्त बातें युवा कांग्रेस के प्रदेश सचिव आकाश केशरवानी ने कही। केशरवानी ने आरोप लगाया कि ट्रिपल इंजन की भाजपा सरकार के कार्यकाल में पंडरिया सहकारी शक्कर उत्पादक कारखाना लगातार गर्त में जा रहा है।
जिसका अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि पंडरिया कारखाना में पैराई सत्र 2024-25 के दौरान 24 नवम्बर से 19 फरवरी तक कारखाना प्रबंधन ने क्षेत्र के कुल पंजीकृत शेयरधारी 7659 गन्ना उत्पादक किसानो से कुल 1501534.19 क्विटल गन्ना की खरीदी की है। जिसका कुल भुगतान किसानो को 47,31,33,818.00 रूपए किया जाना था। लेकिन इसे जिले के विधानसभा पंडरिया में संचालित लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल सहकारी शक्कर उतपादक कारखाना में व्याप्त भारी भ्रष्टाचार, कुप्रबंधन, सत्तारूढ़ दल की क्षेत्रीय विधायक तथा प्रदेश व केन्द्र की भाजपा सरकार की गैर जिम्मेदारी एवं जिले के अन्नदाता किसानो के प्रति असंवेदनशीलता ही कहें की कारखाना प्रबंधन द्वारा पैराई सत्र प्रारंभ होने के बाद दिनांक 24 नवम्बर 2024 से दिनांक 7 दिसम्बर 2024 तक मात्र 2724 किसानो को 276917.85 क्विंटल गन्ना का 7,85,42,461.00 रूपए का ही भुगतान किया गया। जबकि वर्तमान में पंडरिया क्षेत्र के 6953 किसानों का कुल 39,45,91,357.00 रूपए का भुगतान अब भी शेष है। केशरवानी ने बताया कि इस लंबित भुगतान की किसानो तथा विपक्षी दल कांग्रेस द्वारा लगातार मांग की जा रही है लेकिन कारखाना प्रबंधन और ट्रिपल इंजन की भाजपा सरकार के कान में जूं तक नहीं रेंग रही है। जबकि देखा जाए तो पंडरिया विधानसभा में भाजपा की विधायक हैं। क्षेत्रीय सांसद भाजपा के हैं, प्रदेश के उप मुख्यमंत्री कवर्धा के विधायक है। प्रदेश और केन्द्र की सत्ता में भाजपा सरकार काबिज है। इसके बावजूद जिले के गन्ना उत्पादक किसानो को अपने खून, पसीने से उपजाई गई फसल की कीमत सही समय पर नहीं मिल पाना बेहद दुर्भाग्यजन और शर्मनाक है। श्री केशरवानी ने शासन से पंडरिया क्षेत्र के गन्ना उत्पादक किसानो को करीब साढ़े तीन माह से लंबित गन्ना भुगतान की राशि एक मुस्त और वह भी ब्याज सहित किए जाने की मांग की है।
किसानो को भ्रमिक करने का काम कर रही पंडरिया विधायक
युवा कांग्रेस के प्रदेश सचिव आकाश केशरवानी ने पंडरिया विधायक पर आरोप लगाते हुए कहा कि पंडरिया विधायक अपनी और अपनी ट्रिपल इंजन की सरकार की नाकामियों को छिपाने तथा गर्द बचाने के लिए विधानसभा में बेतुकी बयानबाजी कर रही है और ठीकरा कांग्रेस पर फोड़ रही है। जबकि वास्तविता ये है कि पंडरिया शक्कर कारखाना अपनी स्थापना के बाद से लेकर वर्ष 2019 तक भाजपा सरकार के ही हांथो में था और अब भी भाजपा के ही हांथों में है। ऐसे में अगर पंडरिया विधायक ये कहें की कांग्रेस शासनकाल में द्वारा ऋण की किस्त जमा नहीं करने से यह स्थिति निर्मित हो रही तो यह किसी के गले नहीं उतर रही है। जबकि वास्तविकता है ये है कि भाजपा की सरकार ने पंडरिया शक्कर कारखाना को भ्रष्टाचार का चारागाह और अपना एटीएम बना लिया है। फिर पंडरिया विधायक को विधानसभा में यह भी सवाल पूछना चाहिए था कि केन्द्र की सरकार पंडरिया शक्कर कारखाना के लिए शक्कर का कोटा क्यों जारी नहीं कर रही है।