कबीरधाम (तमरुवा)::- भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और जनसेवक वीरेंद्र साहू ने मानवीय संवेदना का एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है। मामला जिला पंचायत क्षेत्र के ग्राम तमरुवा का है, जहां तीन दिन पूर्व एक 12 वर्षीय बालिका को सर्प ने डस लिया था। जैसे ही इस घटना की जानकारी साहू को मिली, वे बिना देर किए तत्काल जिला अस्पताल पहुँचे।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए साहू ने न केवल तत्कालीन चिकित्सा व्यवस्था में सक्रिय भूमिका निभाई, बल्कि बालिका को उचित इलाज मिले, इसके लिए हर संभव प्रयास किए। जब डॉक्टरों ने बच्ची की हालत को गंभीर मानते हुए रायपुर रेफर करने की सलाह दी, तब श्री साहू स्वयं उसके साथ रायपुर तक गए और पूरी चिकित्सा प्रक्रिया पर नजर रखी।
उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि बालिका को एम्बुलेंस, विशेषज्ञ डॉक्टर, आवश्यक दवाइयाँ और समुचित चिकित्सा सुविधाएं बिना किसी रुकावट के उपलब्ध हों। साहू के संवेदनशील प्रयासों और डॉक्टरों की मेहनत के चलते अब यह सुखद सूचना सामने आई है कि बालिका की हालत में काफी सुधार है और वह स्वस्थ हो रही है।
इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि यदि जनप्रतिनिधि संवेदनशीलता और तत्परता के साथ आम जनता की मदद को आगे आएं, तो कई जिंदगियां बचाई जा सकती हैं। साहू ने समाज को यह संदेश भी दिया कि ऐसी आपात स्थितियों में हम सभी को सजग और संवेदनशील होकर एक-दूसरे की सहायता करनी चाहिए।
वीरेंद्र साहू का बयान:
“यह हमारी बेटी है, उसकी जान बचाना हमारा कर्तव्य था। मैं अंत तक उसके साथ रहा और ईश्वर की कृपा व चिकित्सकों की मेहनत से वह अब सुरक्षित है। समाज में हम सभी को इसी भावना के साथ एकजुट रहना चाहिए।”
यह घटना न केवल एक बच्ची की जान बचाने की कहानी है, बल्कि एक जनप्रतिनिधि की जिम्मेदारी और सामाजिक प्रतिबद्धता की मिसाल भी है।
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