शासकीय पीजी कॉलेज कवर्धा के रसायन विज्ञान विभाग में “विशेष आमंत्रित व्याख्यान” का आयोजन
कवर्धा (छत्तीसगढ़):-शासकीय पीजी कॉलेज, कवर्धा के रसायन विज्ञान विभाग द्वारा “केमिकल सोसायटी” के तत्वावधान में एक विशेष आमंत्रित व्याख्यान का आयोजन किया गया। यह शैक्षणिक कार्यक्रम रसायन विज्ञान के आधुनिक एवं नवोन्मेषी क्षेत्रों पर केंद्रित रहा, जिसमें विद्यार्थियों और शिक्षकों की सक्रिय सहभागिता देखने को मिली।
प्रथम सत्र: नैनो तकनीक पर डॉ. एन. सी. देशमुख का व्याख्यान
कार्यक्रम के पहले वक्ता डॉ. एन. सी. देशमुख, सहायक प्राध्यापक, शासकीय कल्याण स्नातकोत्तर महाविद्यालय, भिलाई रहे। उन्होंने “नैनो मैटेरियल (Nano Material)” विषय पर प्रभावशाली व्याख्यान दिया।
डॉ. देशमुख ने नैनो तकनीक की बुनियादी अवधारणाओं से लेकर इसके औद्योगिक, चिकित्सा तथा पर्यावरणीय अनुप्रयोगों पर विस्तृत प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि किस प्रकार नैनो विज्ञान आधुनिक अनुसंधान का केंद्र बनता जा रहा है और युवा वैज्ञानिकों के लिए यह एक अत्यंत उन्नत क्षेत्र है।
द्वितीय सत्र: समूह सिद्धांत पर श्री बी. आर. गृतलहरे का व्याख्यान
कार्यक्रम के दूसरे वक्ता श्री बी. आर. गृतलहरे, सहायक प्राध्यापक, शासकीय महाविद्यालय पंडरिया रहे। उन्होंने “समूह सिद्धांत (Group Theory)” विषय पर जानकारीपूर्ण प्रस्तुति दी।
श्री गृतलहरे ने समूह सिद्धांत की मौलिक संकल्पनाओं को सरल भाषा में समझाते हुए यह स्पष्ट किया कि यह विषय आणविक समरूपता की पहचान, संरचनात्मक विश्लेषण और आणविक कक्षा सिद्धांत के अध्ययन में कितना उपयोगी है।
प्राचार्य का प्रेरणादायक संदेश
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. ऋचा मिश्रा ने दोनों वक्ताओं का स्वागत करते हुए कहा कि इस प्रकार के व्याख्यान विद्यार्थियों को अकादमिक और शोध स्तर पर आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे ऐसे आयोजनों में सक्रिय भाग लें और आधुनिक रसायन विज्ञान की दिशा में कदम बढ़ाएं।
उपस्थित जन एवं आयोजन की सफलता
कार्यक्रम का संचालन रसायन विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. दीप्ति जांगड़े के मार्गदर्शन में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर विभाग के सहायक प्राध्यापक श्री संतोष डहरिया, श्री संजय यादव, तथा M.Sc. रसायन शास्त्र के छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
यह व्याख्यान न केवल ज्ञानवर्धक सिद्ध हुआ बल्कि विद्यार्थियों के बीच वैज्ञानिक सोच को प्रोत्साहित करने वाला साबित हुआ। रसायन विज्ञान विभाग ने भविष्य में भी इस प्रकार के शैक्षणिक आयोजनों को जारी रखने की घोषणा की।