कवर्धा:- जिले में अवैध मवेशी तस्करी का कारोबार लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं, बल्कि प्रशासनिक निष्क्रियता भी उजागर हो रही है। कुंडा, पांडातराई और बोड़ला थाना क्षेत्र इस तस्करी के हॉटस्पॉट बन चुके हैं, जहां से प्रतिदिन मवेशियों को चोरी-छिपे दूसरे राज्यों की ओर रवाना किया जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार तस्कर फास्टरपुर कुंडा-मोहगांव-सारंगपुर रोड का इस्तेमाल करते हुए मवेशियों को बोड़ला क्षेत्र से होते हुए मध्यप्रदेश पार करवा रहे हैं। कार्यवाही से बचने के लिए तस्कर अब रात के अंधेरे में दो-चार मवेशियों की छोटी टुकड़ियों में तस्करी को अंजाम दे रहे हैं।
इस पूरे मामले में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि पुलिस को जानकारी देने के बावजूद कोई ठोस कार्यवाही नहीं की जा रही है। जब तक बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के गौ सेवक मवेशियों को पकड़ नहीं लेते, तब तक पुलिस मौके पर नहीं पहुंचती। इससे स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है।
गोपनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस तस्करी गिरोह का सरगना मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले का रहने वाला है, जो पूर्व में भी मवेशी तस्करी के आरोप में जेल जा चुका है। उसका एक गुर्गा बोड़ला के बांधाटोला गांव के एक घर में रहकर इस अवैध काम को संचालित कर रहा है।
स्थानीय नागरिकों और गौ सेवा संगठनों ने प्रशासन से तत्काल सख्त कार्यवाही की मांग की है। यदि समय रहते कदम नहीं उठाया गया, तो यह मामला बड़ा रूप ले सकता है।