कवर्धा:- शासन-प्रशासन और स्थानीय नेताओं की गैर जिम्मेदारी तथा असंवेदनशीलाता का खामियाजा लोगों को अपनी जान देकर चुकाना पड़ रहा है। वहीं दूसरी तरफ प्रदेश सरकार के नुमाईदे लोगों को बेहद सुविधाएं और सेवाएं देने के बजाए भ्रष्टाचार में लिप्त नजर आ रहे हैं।

उक्त बातें कृषि उपज मण्डी के पूर्व उपाध्यक्ष चोवाराम साहू ने जारी बयान में कहीं। उन्होने कहा कि इसे शासन-प्रशासन, स्थानीय औहदेदार जनप्रतिनिधियों और विद्युत विभाग की असंवेदनशीलता ही कहें की बीते दिनो घोरलापरवाही के जिले के सहसपुर लोहारा थाना क्षेत्र के ग्राम आमगांव निवासी दो सगे भाईयों की खेत में टूटकर गिरे पड़े करंट प्रवाहित 11 केव्ही तार की चपेट में आने से मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। लेकिन असंवेदनशील शासन-प्रशासन तथा विद्युत विभाग ने आज तक इस लापरवाही की जिम्मेदारी तय नहीं की है। जबकि इस तरह की जीवलेवा जिले में कोई पहली नहीं है इससे पूर्व भी ऐसी विभाग लापरवाही का शिकार कई लोग हो चुके है और अपनी जान गवां चुके हैं। इसी प्रकार गत 5 अक्टूबर को जिले के चिल्फी थाना क्षेत्र स्थित ग्राम अकलघरिया में हुई भीषण सड़क हादसे में मृतक कोलकता निवासी पांच लोगों के शवों को फ्रीजर तक नसीब नहीं हो पाया। जिसके चलते पीडि़त परिवार प्रभावित शवों को अपने घर तक नहीं ले जा पाए और उन्हें कवर्धा में ही मृतों का अंतिम संस्कार करने मजबूर होना पड़ा। निश्चित रूप से जिले की इस सरकारी अव्यवस्था ने प्रदेश को देश के दूसरे राज्य में भी शर्मसार कर दिया है। श्री साहू ने कहा कि की एक तरफ प्रदेश सरकार के उप मुख्यमंत्री जिले में स्वास्थ्य सेवाओं में बढ़ोत्तरी का दम भरते हैं तो दूसरी तरफ इस तरह की घटनाओं के बाद सरकारी व्यवस्था की पोल खुल जाती है। कवर्धा कृषि उपज मण्डी के पूर्व उपाध्यक्ष चोवाराम साहू ने यह भी आरोप लगाया कि शासन-प्रशासन और स्थानीय नेताओं जनसेवा और जनसुविधाओं के विपरीत सिर्फ भ्रष्टाचार में रूचि दिखा रहे हैं। उन्होने कहा कि अभी हाल ही में आरटीआई के हवाले से यह खुलासा हुआ है कि कवर्धा नगर पालिका में वाहन खरीदी के नाम पर लाखों का भ्रष्टाचार किया गया है। उन्होने शासन-प्रशासन की असंवेदनशीलता और भ्रष्टाचार पर सवाल उठाते हुए इस गंभीर मामले की निष्पक्ष जांच कराए जाने तथा भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही किए जाने की मांग की है।







