कवर्धा:– राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कुसुम घटा मंडल के तत्वावधान में गुरुवार को विजयदशमी उत्सव एवं शस्त्र पूजन का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर सर्वप्रथम मां भारती एवं डॉक्टर केशव बलिराम हेडगेवार के छायाचित्र पर पूजा-अर्चना एवं शस्त्र पूजन किया गया। इसके पश्चात गीत, सुभाषितानि और अमृत वचन का वाचन हुआ।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित प्राचार्य श्री चंद्रिका चंद्रवंशी ने अपने उद्बोधन में कहा कि डॉक्टर हेडगेवार ने वर्ष 1925 में 16-17 स्वयंसेवकों के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना की थी। उन्होंने श्री गुरुजी के जीवन एवं उनके विचारों का उल्लेख करते हुए विजयदशमी के इस पावन अवसर पर स्वयंसेवकों को शुभकामनाएं दीं।
मुख्य वक्ता श्री रोशन साहू ने अपने संबोधन में कहा कि यह विजयदशमी उत्सव संघ के शताब्दी वर्ष की ओर अग्रसर है। उन्होंने बताया कि आने वाले वर्षों में पूरे भारतवर्ष के मंडलों एवं बस्तियों में विजयदशमी उत्सव मनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। श्री साहू ने संघ संस्थापक के विचारों एवं संघ के विकास यात्रा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 1925 से आज तक संघ एक विशाल वटवृक्ष के रूप में खड़ा है और राष्ट्र को पुनः विश्वगुरु बनाने की दिशा में कार्यरत है।
उन्होंने संघ के पांच प्रमुख परिवर्तनों — नागरिक कर्तव्य, स्वदेशी अपनाना, पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक समरसता और नैतिक जीवन मूल्यों पर विशेष जोर दिया। विभाग प्रचारक ने भी अपने विचार साझा कर सभी स्वयंसेवकों को विजयदशमी की बधाई दी और संगठनात्मक कार्यों में सक्रिय भागीदारी का आह्वान किया।
इस अवसर पर शिवनाथ वर्मा, सुरेश वर्मा, उत्तरा वर्मा, महानंद वर्मा, ओमप्रकाश देवांगन, संतोष निषाद, संतोष वर्मा, आशाराम चंद्रवंशी, दिलहरण साहू, छेदीलाल निषाद, सुनिल वर्मा, प्रीतम वर्मा, विश्वामित्र वर्मा, तरुण, दीपेश, अमित, मुकेश सहित सैकड़ों स्वयंसेवक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रभावना से ओत-प्रोत वातावरण में हुआ







