कवर्धा:- वैदिक पंचांग के अनुसार, इस बार रक्षाबंधन का पर्व 9 अगस्त को बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। भाई-बहन के पवित्र प्रेम का प्रतीक यह त्योहार शुभ मुहूर्त में राखी बांधने से और भी मंगलकारी माना जाता है।
पंडितों के अनुसार, राखी बांधने का शुभ मुहूर्त 9 अगस्त की सुबह 5 बजकर 47 मिनट से शुरू होकर दोपहर 1 बजकर 24 मिनट तक रहेगा। इस प्रकार, बहनों को भाइयों की कलाई पर राखी बांधने के लिए कुल 7 घंटे 37 मिनट का समय प्राप्त होगा।
हालांकि, इस दौरान राहुकाल का समय भी बीच में आएगा। राहुकाल में शुभ कार्य करने से बचना चाहिए, इसलिए बहनों को सलाह दी गई है कि राखी बांधते समय इस अवधि को ध्यान में रखें।
ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि रक्षाबंधन पर भगवान श्रीकृष्ण की पूजा भी विशेष फलदायी होती है। इस अवसर पर भगवान कृष्ण को हल्दी और पीला चंदन का तिलक लगाने से घर-परिवार में सुख-समृद्धि और भाई-बहन के रिश्ते में मजबूती आती है।
रक्षाबंधन का पर्व न केवल भाइयों और बहनों के बीच प्रेम का प्रतीक है, बल्कि यह परिवार के बंधन और सामाजिक एकता का भी संदेश देता है। पर्व के दिन बहनें अपने भाइयों की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं, वहीं भाई अपनी बहनों की रक्षा का संकल्प लेते हैं।