प्रमोद कुमार पेंड्रा:- रक्षाबंधन पर्व नज़दीक आते ही गांवों और कस्बों के बाजारों में रौनक लौट आई है। मरवाही विकासखंड के ग्राम पंचायत धरहर के आश्रित ग्राम ऐंठी में गुरुवार को राखी बाज़ार में खरीदारी करते समय बहनों के चेहरों पर खुशी और उत्साह देखते ही बन रहा था। रंग-बिरंगी राखियों से सजी दुकानों और बहनों की चहक ने वातावरण को पूरी तरह त्योहारी रंग में रंग दिया है।
दो दिन बाद है रक्षाबंधन, बाजारों में उमड़ी भीड़
इस बार रक्षाबंधन पर्व 09 अगस्त (शनिवार) को पूरे देशभर में मनाया जाएगा। भाई-बहन के अटूट प्रेम, स्नेह और सुरक्षा के वचन का प्रतीक यह पर्व ग्रामीण अंचलों में भी बड़ी श्रद्धा और उल्लास से मनाया जाता है। पर्व को लेकर बाजारों में भीड़ बढ़ने लगी है, खासतौर पर राखियों की दुकानों पर महिलाओं और युवतियों की जमकर आवाजाही देखी जा रही है।
रंग-बिरंगी राखियों से सजी दुकानें
गांव के अस्थायी बाजार में विभिन्न दुकानों पर **कार्टून राखी, स्टोन राखी, रेशमी राखी, कलाई बंद, झुमका राखी, मोती राखी, भाई-बहन विशेष संदेश वाली राखियाँ खूब बिक रही हैं। दुकानदार ग्राहकों की फरमाइश पर तरह-तरह की राखियां दिखाने में पूरी तरह व्यस्त दिखाई दिए।
दुकानदार राजू वर्मा ने बताया, “इस बार राखियों के नए डिजाइन आए हैं। बहनों को किफायती दरों में अच्छी राखियां देने की कोशिश कर रहे हैं।” वहीं महिला ग्राहकों ने भी बताया कि बाजार में राखियों की अच्छी वैरायटी है और वे अपने भाईयों के लिए कुछ खास और सुंदर राखी खरीदना चाहती हैं।
उपहारों की खरीदारी भी ज़ोरों पर
रक्षाबंधन केवल राखी बांधने तक ही सीमित नहीं रह गया है, बल्कि अब भाई-बहन एक-दूसरे को उपहार देकर इस रिश्ते को और मधुर बना रहे हैं। बहनें जहां भाई के लिए राखी, मिठाई और पूजन सामग्री खरीद रही हैं, वहीं भाई भी बहनों को गिफ्ट, कपड़े, चॉकलेट बॉक्स और ज्वेलरी आइटम** खरीदते देखे गए।
त्योहारी माहौल से गुलजार गांव
ग्रामीण बाजारों में रक्षाबंधन को लेकर त्योहारी चहल-पहल** का साफ असर दिख रहा है। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक में इस पर्व को लेकर खुशी का माहौल है। त्योहार न केवल रिश्तों को मजबूती देता है बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था और स्थानीय कारोबार को भी संजीवनी प्रदान करता है।
रक्षाबंधन पर्व को लेकर स्थानीय प्रशासन ने भी सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर तैयारी शुरू कर दी है ताकि पर्व के दिन आमजन को किसी प्रकार की असुविधा ना हो।