नई दिल्ली / कवर्धा:- राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र से सांसद संतोष पांडेय ने बुधवार को लोकसभा में कबीरधाम जिले के युवाओं और खिलाड़ियों के हित में महत्वपूर्ण मुद्दा उठाया। उन्होंने केंद्र सरकार से कबीरधाम जिले में बहुउद्देश्यीय खेल भवन निर्माण की मांग की, जिससे जिले और आसपास के क्षेत्र विशेषकर वनांचल क्षेत्र के युवाओं को खेल प्रशिक्षण एवं आधुनिक संसाधनों की सुविधा मिल सके।
सांसद पांडेय ने कहा कि कबीरधाम जिला छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल वनांचल क्षेत्र में आता है, जहां बैगा जनजाति जैसे परंपरागत समुदाय निवास करते हैं। यहां के युवाओं में खेलों को लेकर विशेष रुचि है, लेकिन सुविधाओं की कमी के कारण उनका कौशल उभर नहीं पा रहा। उन्होंने जोर देकर कहा कि यदि इस क्षेत्र में बहुउद्देश्यीय खेल भवन की स्थापना की जाती है, तो यह न केवल खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देगा, बल्कि युवाओं को अनुशासन, स्वास्थ्य और राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतिस्पर्धाओं में भाग लेने का अवसर भी प्रदान करेगा।
कई खेलों के लिए एक ही छत के नीचे मिलेगी सुविधा
सांसद ने कहा कि इस खेल भवन में बैडमिंटन, बास्केटबॉल, जूडो, हैडबॉल, तीरंदाजी सहित अन्य खेलों की ट्रेनिंग एक ही परिसर में दी जा सकेगी। इससे ग्रामीण और आदिवासी युवाओं को भी राष्ट्रीय स्तर की तैयारी का अवसर मिलेगा।
पूर्व प्रस्तावों की भी दी जानकारी
लोकसभा में चर्चा के दौरान सांसद ने बताया कि पूर्व में कवर्धा नगर में खेल एवं खिलाड़ियों के सर्वांगीण विकास हेतु बहुउद्देश्यीय खेल भवन के लिए लगभग 20 करोड़ रुपये तथा एथलेटिक ट्रैक निर्माण के लिए 6 करोड़ 63 लाख रुपये का प्रस्ताव केंद्रीय खेल मंत्रालय को भेजा गया है। उन्होंने आग्रह किया कि केंद्र सरकार इस प्रस्ताव को शीघ्र स्वीकृति दे और आवश्यक राशि आबंटित करे।
‘खेलो इंडिया’ के तहत विकास की सराहना
सांसद पांडेय ने अपने वक्तव्य में खेलो इंडिया योजना के तहत राजनांदगांव संसदीय क्षेत्र में हो रहे खेल विकास कार्यों के लिए केंद्रीय खेल मंत्री का आभार भी जताया। उन्होंने बताया कि राजनांदगांव में पहले ही हॉकी, बास्केटबॉल और कबड्डी की एकेडमी स्थापित की जा चुकी है। हाल ही में एथलेटिक्स को बढ़ावा देने के लिए सिंथेटिक ट्रैक की स्वीकृति भी मिली है।
कवर्धा को मिलेगा नई दिशा में खेल प्रोत्साहन
यदि यह प्रस्ताव मंजूर होता है तो कवर्धा जिले में खेल गतिविधियों को एक नई दिशा मिलेगी और स्थानीय प्रतिभाओं को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय पटल पर अपनी पहचान बनाने का अवसर मिलेगा।