इंदौर (मध्य प्रदेश):-गणेश चतुर्थी से पूर्व विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने इंदौर में भगवान श्री गणेश की प्रतिमा को लेकर आपत्ति जताई है। संगठन का आरोप है कि कुछ मूर्तिकारों ने प्रथम पूज्य भगवान गणेश की प्रतिमा को आपत्तिजनक स्वरूप में गढ़ा है, जिससे हिंदू समाज की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं।
निर्माण स्थल पर पहुंचकर जताई आपत्ति
विश्व हिंदू परिषद के विभाग संयोजक प्रवीण दरेकर के अनुसार, मामले की जानकारी मिलने के बाद बजरंग दल के जिला संयोजक लक्की रघुवंशी और जिला सहमंत्री विजय पटेल प्रतिमा निर्माण स्थल पर पहुंचे और इस कृत्य का विरोध किया। आरोप है कि यह कार्य जानबूझकर विधर्मी मानसिकता से प्रेरित होकर किया गया।
थाने में शिकायत, कार्यकर्ताओं ने किया विरोध प्रदर्शन
बजरंग दल के कार्यकर्ता खजराना थाना पहुंचे और मूर्तिकारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। साथ ही, आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने प्रतिमा बनाने वाले कुछ कलाकारों के चेहरे पर कालिख पोत दी, और उन्हें पुलिस के सुपुर्द किया।
मजदूरों की पहचान पर भी सवाल
घटना स्थल पर मौजूद करीब 50 कारीगरों और मजदूरों की पहचान को लेकर भी सवाल उठे हैं। कार्यकर्ताओं ने दावा किया कि ये सभी पश्चिम बंगाल से आए हैं, और इनमे से कुछ मुस्लिम या बांग्लादेशी नागरिक हो सकते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इनका कोई पुलिस वेरिफिकेशन नहीं हुआ और स्थानीय प्रशासन को भी सूचना नहीं दी गई।
इस संबंध में प्रशासन से जांच और आवश्यक वैधानिक कार्रवाई की मांग की गई है।
पुलिस की स्थिति और प्रशासनिक रुख
खजराना पुलिस ने मामले में शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि किसी भी प्रकार की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना कानूनन अपराध है, और सभी पहलुओं की निष्पक्षता से जांच की जाएगी। साथ ही, मजदूरों की पहचान व वैधता की भी जांच की जाएगी।
प्रशासन की अपील
प्रशासन ने जनता से संयम और कानून व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है। अधिकारियों ने कहा कि यदि कोई धार्मिक भावना आहत होती है, तो कानून के तहत उचित कार्यवाही की जाएगी, लेकिन किसी को भी कानून हाथ में लेने का अधिकार नहीं है।