बालोद:-गांव के प्राइमरी स्कूल में शिक्षकों की भारी कमी को लेकर पालकों और ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा। सिर्फ 1 शिक्षक द्वारा 5 कक्षाओं को पढ़ाए जाने से नाराज ग्रामीणों ने स्कूल में ताला जड़ दिया और विरोध स्वरूप गांव के बाहर पेड़ के नीचे बच्चों की पढ़ाई शुरू कर दी।

📚 ताले के पीछे शिक्षक की कमी
ग्रामीणों ने बताया कि लंबे समय से स्कूल में सिर्फ एक ही शिक्षक पदस्थ है, जो प्राथमिक स्तर की सभी कक्षाओं को अकेले पढ़ाने में असमर्थ हैं।
- पूर्व सरपंच जगनू राम भेड़िया ने बताया कि वे पिछले एक महीने से शिक्षक की मांग कर रहे हैं, लेकिन अधिकारियों की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।

- मजबूर होकर स्कूल में ताला लगाकर विरोध किया गया है और बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो, इसके लिए ग्रामीण युवाओं की मदद से पेड़ के नीचे पढ़ाई करवाई जा रही है।
🏫 प्रशासन हरकत में आया
घटना की जानकारी मिलते ही संकुल समन्वयक और बीईओ रोहित सिन्हा मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से स्कूल का ताला खोलने की अपील की।
बीईओ रोहित सिन्हा ने कहा:
“ग्रामीणों की मांग जायज़ है। शिक्षक की शीघ्र व्यवस्था की जाएगी और स्कूल में पढ़ाई सामान्य रूप से शुरू करवाई जाएगी।”
🙏 शिक्षा को लेकर ग्रामीणों की गंभीरता
इस पूरे घटनाक्रम ने एक बार फिर दिखा दिया कि ग्रामीण क्षेत्रों में पालक और समाज शिक्षा को लेकर कितने जागरूक हैं। प्रशासनिक उदासीनता के बावजूद उन्होंने बच्चों की पढ़ाई रुकने नहीं दी, बल्कि खुद मोर्चा संभालकर पढ़ाने की व्यवस्था की।
📌 यह मामला ग्रामीण शिक्षा व्यवस्था की हकीकत और सामाजिक भागीदारी दोनों को उजागर करता है। उम्मीद की जा रही है कि प्रशासन जल्द समाधान कर विद्यालय को फिर से सुचारू रूप से संचालित करेगा।






