भवानीपुर | संवाददाता:- आरंग से बलौदाबाजार की ओर जा रही चन्द्राकार सवारी बस सोमवार को एक बड़े हादसे का शिकार होते-होते बच गई, जब बस के ड्राइवर को अचानक तबीयत बिगड़ने पर बेहोशी आ गई। यह घटना कौड़िया और घोड़िया गांव के बीच की है। चालक रामकृष्ण यादव (उम्र 60 वर्ष, निवासी भवानीपुर) को हाई ब्लड प्रेशर के कारण सिर में तेज़ दर्द हुआ और वह अचानक बेहोश हो गया। बस उस समय चल रही थी, लेकिन सौभाग्यवश गति धीमी थी।
ड्राइवर की बेहोशी के कारण बस अनियंत्रित होकर सड़क किनारे एक गड्ढे में जा घुसी। बस में सवार चार से पांच यात्रियों को किसी प्रकार की चोट नहीं आई। मौके पर मौजूद स्थानीय ग्रामीणों और राहगीरों ने तुरंत सतर्कता दिखाते हुए सभी यात्रियों और ड्राइवर को सुरक्षित बाहर निकाला।
पत्रकार और राहगीरों की सराहनीय भूमिका
घटना की जानकारी खपरी निवासी पत्रकार मुकेश झा ने तत्काल थाना प्रभारी हेमंत पटेल को दी। मुकेश झा ने अपनी गाड़ी से ड्राइवर को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पलारी पहुंचाया, जहां मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बी. एस. ध्रुव ने प्राथमिक उपचार प्रारंभ किया।
डॉक्टरों ने बताया कि ड्राइवर रामकृष्ण यादव को पहले से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या थी, जो अचानक गंभीर हो गई। प्राथमिक उपचार के बाद उनकी स्थिति में सुधार आया, लेकिन एहतियातन उन्हें आगे के इलाज हेतु जिला अस्पताल बलौदाबाजार रेफर किया गया है। डॉक्टरों के अनुसार फिलहाल उनकी हालत स्थिर बनी हुई है।
पुलिस और प्रत्यक्षदर्शी घटनास्थल पर
घटना की सूचना मिलते ही हवलदार मनोज चंद्राकर मौके पर पहुंचे और आवश्यक पुलिस कार्रवाई करते हुए मेडिकल रिपोर्ट दर्ज की। पुलिस ने प्रारंभिक जांच में बताया कि यह घटना चालक की पहले से मौजूद स्वास्थ्य समस्या के कारण हुई।
घटनास्थल पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों में राहुल तेली (वटगन), धनराज बारले (तमोरी), कृपानंद झा (रायपुर) सहित कई स्थानीय लोगों ने सक्रियता दिखाते हुए तुरंत मदद की।
बड़ा हादसा टला, उठे सवाल
स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि बस की रफ्तार अधिक होती या सड़क पर भीड़ होती, तो यह हादसा जानलेवा साबित हो सकता था। इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि **क्या परिवहन विभाग द्वारा व्यावसायिक ड्राइवरों की नियमित स्वास्थ्य जांच की कोई अनिवार्य व्यवस्था है
ड्राइवरों की सेहत पर ध्यान देने की माँग
इस घटना के बाद क्षेत्र में मांग उठ रही है कि लंबे समय तक वाहन चलाने वाले ड्राइवरों की स्वास्थ्य जांच अनिवार्य की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके। खासकर हाई ब्लड प्रेशर, मधुमेह और हृदय रोग जैसी बीमारियों की समय रहते पहचान जरूरी है।