मंदसौर, मध्यप्रदेश:-प्रदेश में मानसून के आगमन के साथ ही जहरीले सांपों के निकलने का सिलसिला शुरू हो गया है। कहीं घरों में तो कहीं खेतों और झोपड़ियों में इनका अचानक प्रकट होना लोगों के लिए खतरे की घंटी बन गया है। ऐसा ही एक हैरान कर देने वाला मामला मंदसौर जिले के साबाखेड़ा गांव से सामने आया है, जहां एक खेत की झोपड़ी से बड़ी संख्या में कोबरा सांप निकले।
मिली जानकारी के अनुसार, साबाखेड़ा गांव में एक किसान की खेत पर बनी झोपड़ी में सांपों की हलचल देख ग्रामीणों ने सर्प मित्र दुर्गेश पाटीदार को सूचना दी। मौके पर पहुंचे दुर्गेश ने जब खुदाई शुरू की तो झोपड़ी के पास बने गड्ढे से एक-एक कर कोबरा सांप निकलने लगे। देखते ही देखते उन्होंने करीब 60 सांपों का रेस्क्यू किया और उन्हें नजदीकी जंगलों में सुरक्षित छोड़ दिया गया।
दुर्गेश पाटीदार का कहना है कि गड्ढे में सांपों का पूरा झुंड मौजूद था, और अनुमान के मुताबिक वहां करीब 100 सांप हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि यह नजारा बेहद खतरनाक था, लेकिन सावधानीपूर्वक सभी को पकड़ लिया गया।
इस संबंध में डीएफओ (वन मंडल अधिकारी) ने बताया कि यह सेंट्रल इंडिया का सबसे जहरीला सांप है जिसे कोबरा कहा जाता है। कोबरा सांप के डसने से जान का खतरा तुरंत हो सकता है। अधिकारी ने बताया कि कोबरा की मादा आमतौर पर एक बार में 20 से 40 अंडे देती है, और इस मौसम में उनके निकलने की संभावना अधिक रहती है।
गनीमत रही कि समय रहते सर्प मित्रों और वन विभाग की तत्परता से इन खतरनाक सांपों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया, अन्यथा कोई बड़ा हादसा हो सकता था।